D.El.Ed. CC-01 Hindi Version MCQ short Answers

D.El.Ed. CC-01 Hindi Version MCQ short Answers

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 MCQ ANSWER

CC-01

Exam Preparation

"स्कीमा" (Schema) की अवधारणा किस सिद्धांत में प्रयुक्त होती है?

✔ सही उत्तर: संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत
व्याख्या:
स्कीमा जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत का मूल अवयव है। यह बच्चे के मस्तिष्क में ज्ञान को व्यवस्थित करने वाली मानसिक संरचना है (जैसे—एक बच्चे की "चिड़िया" के बारे में पूर्वधारणा कि उसके पंख होते हैं और उड़ने की क्षमता होती है)।

 मनोवैज्ञानिक एरिक्सन ने किस प्रकार के विकास का प्रतिपादन किया?

✔ सही उत्तर: मनोसामाजिक विकास
व्याख्या:
एरिक एरिक्सन ने मनोसामाजिक विकास सिद्धांत प्रस्तुत किया, जो मानव के सामाजिक एवं भावनात्मक विकास को 8 चरणों में बताता है (जैसे—विश्वास बनाम अविश्वास, स्वायत्तता बनाम शर्म)।

 निम्नलिखित में से कौन सामाजिकरण की प्रक्रिया नहीं है?

✔ सही उत्तर: विश्लेषण
व्याख्या:
सामाजिकरण की प्रक्रियाएँ हैं—आंतरिकीकरण, अनुकूलन, समायोजन। लेकिन विश्लेषण एक संज्ञानात्मक प्रक्रिया है, जो सामाजिकरण का हिस्सा नहीं है।

(d) सामाजिक अधिगम सिद्धांत (Social Learning Theory) किसने प्रस्तावित किया?

✔ सही उत्तर: बंडूरा
व्याख्या:
अल्बर्ट बंडूरा ने सामाजिक अधिगम सिद्धांत दिया, जिसमें बच्चे अनुकरण और अवलोकन से सीखते हैं (जैसे—बोबो डॉल प्रयोग)।

 "ZPD" का पूरा नाम क्या है?

✔ सही उत्तर: ज़ोन ऑफ प्रॉक्सिमल डेवलपमेंट (Zone of Proximal Development)
व्याख्या:
ZPD (समीपस्थ विकास का क्षेत्र) वाइगोत्स्की का सिद्धांत है, जो बच्चे की वर्तमान और संभावित विकास स्तर के बीच के अंतर को दर्शाता है। शिक्षक या सहपाठी इस अंतर को पाटने में मदद करते हैं।

 प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा (Early Childhood Education) की आयु सीमा क्या है?

✔ सही उत्तर: 4-6 वर्ष
व्याख्या:
प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा आमतौर पर प्राथमिक पूर्व स्तर (4-6 वर्ष) तक होती है, जिसमें बच्चों के मूलभूत कौशल (पढ़ना, लिखना, सामाजिक व्यवहार) विकसित किए जाते हैं।

 भावाभिव्यंजक खेल (Expressive Play) का उदाहरण कौन-सा है?

✔ सही उत्तर: गुड़िया से खेलना
व्याख्या:
गुड़िया से खेलना एक भावाभिव्यंजक खेल है, जिसमें बच्चे कल्पना और भावनाओं का प्रयोग करते हैं (जैसे—माता-पिता की भूमिका निभाना)।

 कार्यशील स्मृति (Working Memory) क्या है?

✔ सही उत्तर: अल्पकालिक स्मृति
व्याख्या:
कार्यशील स्मृति एक अल्पकालिक स्मृति प्रणाली है, जो सूचनाओं को अस्थायी रूप से संग्रहित और प्रसंस्कृत करती है (जैसे—गणित की समस्या हल करते समय संख्याएँ याद रखना)।

 किस सिद्धांत के अनुसार बच्चे "अच्छा लड़का/अच्छी लड़की" की पहचान चाहते हैं?

✔ सही उत्तर: मनोसामाजिक विकास का सिद्धांत
व्याख्या:
एरिक्सन के उद्योग बनाम हीनभावना (Industry vs. Inferiority) चरण (6-12 वर्ष) में बच्चे कार्यों के माध्यम से पहचान पाना चाहते हैं।

 बच्चे आमतौर पर किस आयु तक अहंकेंद्रित (Egocentric) होते हैं?

✔ सही उत्तर: 6 वर्ष तक
व्याख्या:
पियाजे के पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था (2-7 वर्ष) में बच्चे अहंकेंद्रित होते हैं, यानी दूसरों के दृष्टिकोण को समझने में कठिनाई होती है।

 निम्नलिखित में से कौन-सा फ्रायड द्वारा प्रस्तावित मन का स्तर नहीं है?

✔ सही उत्तर: पूर्णतः चेतन
व्याख्या:
फ्रायड के अनुसार मन के स्तर हैं—चेतन, अर्धचेतन, अचेतन। "पूर्णतः चेतन" कोई स्तर नहीं है।

 बच्चे के भाषा विकास के किस चरण में "बड़बड़ाना" (Babbling) देखा जाता है?

✔ सही उत्तर: 4-6 महीने
व्याख्या:
बड़बड़ाना (जैसे—"बा-बा", "दा-दा") भाषा विकास के प्रारंभिक चरण (4-6 महीने) में होता है।

 बच्चे आमतौर पर किस आयु से खिलौनों से प्यार करते हैं?

✔ सही उत्तर: जन्म से
व्याख्या:
बच्चे जन्म के बाद से ही रंगीन/आवाज़ वाले खिलौनों की ओर आकर्षित होते हैं, जो संवेदी विकास में मदद करते हैं।

 बाल विकास में "प्रॉक्सिमोडिस्टल" (Proximodistal) का क्या अर्थ है?

✔ सही उत्तर: केंद्र से बाहर की ओर
व्याख्या:
प्रॉक्सिमोडिस्टल सिद्धांत के अनुसार, विकास शरीर के केंद्र (रीढ़) से बाह्य भागों (हाथ-पैर) की ओर होता है (जैसे—पहले बाजू हिलाना, फिर उंगलियों पर नियंत्रण)।

 बचपन की भावनाओं की क्या विशेषता है?

✔ सही उत्तर: तीव्रता अधिक परंतु अवधि कम
व्याख्या:
बच्चों की भावनाएँ (जैसे—गुस्सा, खुशी) तीव्र परंतु क्षणभंगुर होती हैं—वे जल्दी रोते हैं और जल्दी शांत हो जाते हैं।

पहाड़ा याद करना किस अधिगम सिद्धांत का उदाहरण है?

✔ सही उत्तर: क्लासिकल कंडीशनिंग
व्याख्या:
पहाड़ा याद करने जैसा रटंत अधिगमक्लासिकल कंडीशनिंग (पुनरावृत्ति और अनुबंधित प्रतिक्रिया) पर आधारित है।

 "गेस्टाल्ट" (Gestalt) शब्द का क्या अर्थ है?

✔ सही उत्तर: समग्र
व्याख्या:
गेस्टाल्ट (जर्मन शब्द) का अर्थ है "समग्र"। यह सिद्धांत बताता है कि मनुष्य चीजों को अलग-अलग भागों की बजाय एक पूर्ण रूप में देखता है (जैसे—बिंदुओं को मिलाकर एक आकृति बनाना)।

 "मॉर्फिम" (Morpheme) क्या है?

✔ सही उत्तर: भाषा की सबसे छोटी सार्थक इकाई
व्याख्या:
मॉर्फिम भाषा की सबसे छोटी सार्थक इकाई है (जैसे—"खेल रहा हूँ" में "खेल" + "रहा हूँ" दो मॉर्फिम हैं)।

 निम्नलिखित में से कौन ध्यान (Attention) की विशेषता नहीं है?

✔ सही उत्तर: अपरिवर्तनशील
व्याख्या:
ध्यान परिवर्तनशील, चयनात्मक और केंद्रित होता है। "अपरिवर्तनशील" गलत है, क्योंकि ध्यान बदलता रहता है।

गेस्टाल्ट सिद्धांत द्वारा कौन-सा नियम समर्थित नहीं है?

✔ सही उत्तर: विभाजन का नियम
व्याख्या:
गेस्टाल्ट सिद्धांत समानता, निकटता, निरंतरता जैसे नियमों को मानता है, लेकिन विभाजन (Segregation) को नहीं।

 बच्चे किस मामले में वयस्कों से आगे होते हैं?

✔ सही उत्तर: कल्पना शक्ति
व्याख्या:
बच्चे कल्पना शक्ति (जैसे—काल्पनिक खेल, गुड़िया से बातें करना) में वयस्कों से बेहतर होते हैं।

 "निर्मितिवाद" (Constructivism) का प्रतिपादन सबसे पहले किसने किया?

✔ सही उत्तर: पियाजे
व्याख्या:
जीन पियाजे ने निर्मितिवाद का सिद्धांत दिया, जिसमें बच्चे सक्रिय रूप से अपने परिवेश के साथ अंत:क्रिया कर ज्ञान का निर्माण करते हैं।

निम्नलिखित में से किस क्रिया में सूक्ष्म पेशीय संचालन (Fine Motor Skills) की आवश्यकता नहीं होती?

✔ सही उत्तर: चलना
व्याख्या:
सूक्ष्म पेशीय संचालन (जैसे—लिखना, बटन लगाना) हाथ-उंगलियों के लिए होता है, जबकि चलना स्थूल पेशीय (Gross Motor) कौशल है।

 "त्रिभाषा सूत्र" (Three-Language Formula) की सिफारिश किस शिक्षा आयोग ने की?

✔ सही उत्तर: कोठारी आयोग
व्याख्या:
कोठारी आयोग (1964-66) ने त्रिभाषा सूत्र सुझाया:

  1. मातृभाषा/क्षेत्रीय भाषा

  2. हिंदी/अंग्रेजी

  3. एक आधुनिक भारतीय भाषा।

निम्नलिखित में से कौन सामाजिकरण की प्रक्रिया नहीं है?

✔ सही उत्तर: विश्लेषण
व्याख्या:
सामाजिकरण की प्रक्रियाएँ हैं—आंतरिकीकरण, अनुकूलन, समायोजन। "विश्लेषण" एक संज्ञानात्मक प्रक्रिया है।

विकास के किस चरण में "सहकर्मी समूह" (Peer Group) का प्रभाव सबसे अधिक होता है?

✔ सही उत्तर: किशोरावस्था
व्याख्या:
किशोरावस्था (12-18 वर्ष) में बच्चों के व्यवहार और मूल्यों पर सहकर्मी समूह का गहरा प्रभाव होता है।

 "सामाजिक निर्मितिवाद" (Social Constructivism) के प्रमुख प्रवक्ता कौन हैं?

✔ सही उत्तर: वाइगोत्स्की
व्याख्या:
लेव वाइगोत्स्की ने सामाजिक निर्मितिवाद का सिद्धांत दिया, जिसमें ज्ञान का निर्माण समाज और संस्कृति के माध्यम से होता है।

कार्यशील स्मृति को क्या कहा जाता है?

✔ सही उत्तर: अल्पकालिक स्मृति
व्याख्या:
कार्यशील स्मृति सूचनाओं को अस्थायी रूप से संग्रहित और प्रसंस्कृत करती है (जैसे—गणित की समस्या हल करना)।

अधिगम (Learning) क्या है?

✔ सही उत्तर: अर्जित प्रक्रिया
व्याख्या:
अधिगम एक अर्जित प्रक्रिया है, जो अनुभव, अभ्यास और परिवेश के माध्यम से होती है (जैसे—भाषा सीखना)।

 नींद पश्चगामी अवरोध (Retroactive Inhibition) को कैसे प्रभावित करती है?

✔ सही उत्तर: कम करती है
व्याख्या:
पश्चगामी अवरोध (नई सूचना द्वारा पुरानी याददाश्त में बाधा) को नींद कम करके स्मृति को स्थायित्व देती है।

 कबड्डी किस देश का खेल है?

✔ सही उत्तर: भारत
व्याख्या:
कबड्डी भारत का एक पारंपरिक टीम खेल है, जो एशियाई खेलों में भी शामिल है।

 निम्नलिखित में से कौन खेल की विशेषता नहीं है?

✔ सही उत्तर: बाध्यतापूर्ण क्रिया
व्याख्या:
खेल सृजनात्मक, स्वतःस्फूर्त और आनंददायक होता है—बाध्यतापूर्ण क्रिया नहीं।

 "समावेशन" (Inclusion) क्या है?

✔ सही उत्तर: लोकतांत्रिक प्रक्रिया
व्याख्या:
समावेशन एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जिसमें सामान्य और विशेष आवश्यकता वाले बच्चे साथ-साथ सीखते हैं।

 निम्नलिखित में से कौन निर्मितिवाद का सिद्धांत नहीं है?

✔ सही उत्तर: केवल अतीत के अनुभवों पर ध्यान देना
व्याख्या:
निर्मितिवाद वर्तमान अनुभवों और सक्रिय भागीदारी पर जोर देता है—न कि केवल अतीत पर।

 विद्यालयी शिक्षा कब सर्वाधिक प्रभावी होती है?

✔ सही उत्तर: उपरोक्त सभी
व्याख्या:
प्रभावी शिक्षा के लिए आवश्यकताओं, रुचियों और लक्ष्यों का समन्वय आवश्यक है।

 अधिगम में भावनाओं (Emotions) की क्या भूमिका है?

✔ सही उत्तर: भावनात्मक संतुलन महत्वपूर्ण है
व्याख्या:
भावनाएँ (जैसे—प्रेरणा, तनाव) अधिगम को प्रभावित करती हैं। संतुलित भावनाएँ सीखने में मदद करती हैं।

ऑपरेंट कंडीशनिंग (Operant Conditioning) के दो मुख्य सिद्धांत हैं—पुनर्बलन और:

✔ सही उत्तर: आकार देना (Shaping)
व्याख्या:
ऑपरेंट कंडीशनिंग के सिद्धांत:

  1. पुनर्बलन (Reinforcement)

  2. आकार देना (क्रमिक रूप से वांछित व्यवहार विकसित करना)।

 निम्नलिखित में से कौन थॉर्नडाइक का अधिगम सिद्धांत नहीं है?

✔ सही उत्तर: समग्र प्रतिक्रिया का सिद्धांत
व्याख्या:
थॉर्नडाइक के सिद्धांत हैं—तत्परता, अभ्यास, प्रभाव। "समग्र प्रतिक्रिया" गेस्टाल्ट सिद्धांत का हिस्सा है।

 निम्नलिखित में से कौन क्लासिकल कंडीशनिंग का उदाहरण नहीं है?

✔ सही उत्तर: समस्या समाधान
व्याख्या:
क्लासिकल कंडीशनिंग में अनुकूलित प्रतिक्रियाएँ (जैसे—आदत, भय) शामिल हैं, न कि समस्या समाधान (जो संज्ञानात्मक प्रक्रिया है)।

निम्नलिखित में से कौन सामाजिक प्रक्रिया है?

✔ सही उत्तर: उपरोक्त सभी
व्याख्या:
सहयोग, प्रतिस्पर्धा, समायोजन—सभी सामाजिक प्रक्रियाएँ हैं, जो पारस्परिक संबंध बनाती हैं।

मानव विकास कहाँ से शुरू होता है?

✔ सही उत्तर: मातृगर्भ में
व्याख्या:
मानव विकास जन्म से पहले ही मातृगर्भ में शुरू हो जाता है, जहाँ शारीरिक और तंत्रिका संबंधी विकास होता है।

निम्नलिखित में से कौन विकास का सिद्धांत नहीं है?

✔ सही उत्तर: विकास पूर्णतः जन्मजात होता है
व्याख्या:
विकास आनुवंशिकता और पर्यावरण के संयुक्त प्रभाव से होता है—न कि केवल जन्मजात कारकों से।

 एरिक्सन ने मनोसामाजिक विकास को कितने चरणों में बाँटा है?

✔ सही उत्तर: आठ
व्याख्या:
एरिक्सन के 8 मनोसामाजिक चरण हैं (जैसे—विश्वास बनाम अविश्वास, स्वायत्तता बनाम शर्म)।

 निम्नलिखित में से किस क्रिया में सूक्ष्म पेशीय संचालन की आवश्यकता नहीं होती?

✔ सही उत्तर: चलना
व्याख्या:
सूक्ष्म पेशीय कौशल (जैसे—लिखना) हाथ-उंगलियों के लिए होते हैं, जबकि चलना स्थूल पेशीय (Gross Motor) कौशल है।

सामाजिकरण में बाधा कौन-सी है?

✔ सही उत्तर: ईर्ष्या
व्याख्या:
ईर्ष्या सामाजिक संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है, जिससे सामाजिकरण बाधित होता है।

 "A Study of the Larger Mind" पुस्तक किसने लिखी?

✔ सही उत्तर: सी. कूली
व्याख्या:
चार्ल्स कूली ने इस पुस्तक में लुकिंग-ग्लास सेल्फ सिद्धांत दिया, जो बताता है कि व्यक्ति का आत्म-बोध समाज के प्रतिबिंब से बनता है।

 बच्चों की भावनात्मक अवस्था कैसी होती है?

✔ सही उत्तर: तेजी से बदलने वाली
व्याख्या:
बच्चों की भावनाएँ (जैसे—खुशी, गुस्सा) अस्थायी और त्वरित बदलाव वाली होती हैं—वे एक पल में रोते हैं और अगले ही पल हँसते हैं।

 अंतर्दृष्टिपूर्ण अधिगम (Insightful Learning) का प्रतिपादन किसने किया?

✔ सही उत्तर: कोहलर
व्याख्या:
कोहलर ने अंतर्दृष्टिपूर्ण अधिगम का सिद्धांत दिया, जिसमें समस्या का समाधान अचानक सूझ (Insight) के माध्यम से होता है (जैसे—बंदर का लाठी से केला तोड़ना)।

 निम्नलिखित में से कौन स्मृति (Memory) का घटक नहीं है?

✔ सही उत्तर: अनुभव प्राप्त करना
व्याख्या:
स्मृति के तीन घटक हैं—अनुकूटन (Encoding), संग्रहण (Storage), पुनर्प्राप्ति (Retrieval)। "अनुभव प्राप्त करना" इसमें शामिल नहीं है।

 कार्यशील स्मृति को क्या कहते हैं?

✔ सही उत्तर: अल्पकालिक स्मृति
व्याख्या:
कार्यशील स्मृति सूचनाओं को अस्थायी रूप से संसाधित करती है (जैसे—फोन नंबर याद रखना)।

 "स्कीमा" (Schema) क्या है?

✔ सही उत्तर: संज्ञानात्मक ढाँचा
व्याख्या:
स्कीमा मस्तिष्क में ज्ञान को व्यवस्थित करने वाला एक मानसिक ढाँचा है (जैसे—बच्चे का "कुत्ते" के बारे में पूर्व ज्ञान)।

 संज्ञानात्मक निर्मितिवाद (Cognitive Constructivism) के प्रवक्ता कौन हैं?

✔ सही उत्तर: जीन पियाजे
व्याख्या:
पियाजे का संज्ञानात्मक निर्मितिवाद बताता है कि बच्चे सक्रिय रूप से अपने परिवेश से ज्ञान का निर्माण करते हैं।

सामाजिक निर्मितिवाद (Social Constructivism) के प्रवक्ता कौन हैं?

✔ सही उत्तर: वाइगोत्स्की
व्याख्या:
वाइगोत्स्की का सामाजिक निर्मितिवाद सिद्धांत बताता है कि ज्ञान का निर्माण सामाजिक संपर्क और संस्कृति के माध्यम से होता है।

 संज्ञानात्मक विकास की पहली अवस्था कौन-सी है?

✔ सही उत्तर: संवेदी-पेशीय अवस्था (Sensorimotor Stage)
व्याख्या:
पियाजे के अनुसार, संवेदी-पेशीय अवस्था (0-2 वर्ष) में बच्चे इंद्रियों और शारीरिक क्रियाओं के माध्यम से सीखते हैं।

 क्रियात्मक खेल (Functional Play) का उदाहरण कौन-सा है?

✔ सही उत्तर: ब्लॉक जोड़ना
व्याख्या:
क्रियात्मक खेल में बच्चे वस्तुओं का सरल उपयोग करते हैं (जैसे—ब्लॉक्स को जोड़ना, गेंद लुढ़काना)।

 निम्नलिखित में से कौन भाषा का घटक नहीं है?

✔ सही उत्तर: उच्चारण
व्याख्या:
भाषा के मूल घटक हैं—ध्वनि विज्ञान (Phonology), वाक्य रचना (Syntax), अर्थ विज्ञान (Semantics)। "उच्चारण" एक घटक नहीं है।

 "भाषा अर्जन यंत्र" (Language Acquisition Device - LAD) का सिद्धांत किसने दिया?

✔ सही उत्तर: चॉम्स्की
व्याख्या:
नोम चॉम्स्की ने LAD सिद्धांत दिया, जिसके अनुसार बच्चों में भाषा सीखने की जन्मजात क्षमता होती है।

 सामाजिक अधिगम सिद्धांत (Social Learning Theory) किसने प्रस्तावित किया?

✔ सही उत्तर: बंडूरा
व्याख्या:
अल्बर्ट बंडूरा ने बताया कि बच्चे अनुकरण और अवलोकन के माध्यम से सीखते हैं।

 "ब्रेन स्टॉर्मिंग" (Brainstorming) किस प्रकार की सोच को प्रोत्साहित करती है?

✔ सही उत्तर: अपसारी सोच (Divergent Thinking)
व्याख्या:
ब्रेन स्टॉर्मिंग अपसारी सोच (कई संभावित समाधान ढूँढना) को बढ़ावा देती है।

 ध्यान (Attention) का कौन-सा बाह्य निर्धारक है?

✔ सही उत्तर: विषमता (Contrast)
व्याख्या:
ध्यान के बाह्य निर्धारक हैं—विषमता, नवीनता, गति


Marks -2

क्लासिकल और ऑपरेंट कंडीशनिंग में अंतर

क्लासिकल कंडीशनिंग (पावलोव) में अनैच्छिक प्रतिक्रियाएँ होती हैं (जैसे लार आना)।
ऑपरेंट कंडीशनिंग (स्किनर) में स्वैच्छिक व्यवहार होते हैं (जैसे लीवर दबाना)।

एकल और समूह खेल में अंतर

एकल खेल अकेले खेला जाता है (जैसे पहेलियाँ बनाना)।
समूह खेल में समन्वय की आवश्यकता होती है (जैसे फुटबॉल)।

थॉर्नडाइक का प्रभाव का नियम

"संतोषजनक परिणामों वाले व्यवहार दोहराए जाते हैं; असंतोषजनक परिणामों वाले व्यवहार कम हो जाते हैं।"

आत्म-धारणा निर्माण के निर्धारक

पारिवारिक वातावरण
सामाजिक संपर्क
शिक्षा
सांस्कृतिक प्रभाव

कोहलबर्ग के नैतिक विकास के चरण

पूर्व-पारंपरिक: दंड-आज्ञापालन, स्वार्थ
पारंपरिक: "अच्छा लड़का/लड़की", कानून-व्यवस्था
उत्तर-पारंपरिक: सामाजिक अनुबंध, सार्वभौमिक नैतिकता

सामाजिकरण में परिवार की भूमिका

मूल मूल्यों का समावेश (जैसे ईमानदारी)
भाषा और सांस्कृतिक परंपराओं का हस्तांतरण

सामाजिक-संज्ञानात्मक शिक्षण के चरण

अनुकरण
भूमिका निर्वाह
सहयोगात्मक शिक्षण

क्लासिकल कंडीशनिंग की विशेषताएँ

अनैच्छिक प्रतिक्रियाएँ (जैसे डर)
उद्दीपक-प्रतिक्रिया संबंध (जैसे घंटी → लार टपकना)

भाषा और वाणी में अंतर

भाषा एक अमूर्त प्रणाली है; वाणी मूर्त अभिव्यक्ति
भाषा सामूहिक संपत्ति है; वाणी व्यक्तिगत

संकल्पना निर्माण के पूर्वापेक्षाएँ

वास्तविक अनुभव (जैसे जानवरों का अवलोकन)
सामान्यीकरण (सामान्य विशेषताओं की पहचान)

अहंकार (सुपरईगो) के लक्षण

नैतिकता और आदर्शों को नियंत्रित करता है
अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना पैदा करता है

पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था के उदाहरण

काल्पनिक खेल (जैसे ड्रैगन की कहानी गढ़ना)
चेतनावाद (जैसे पत्थरों को जीवित मानना)

सीखने की अक्षमताओं के कारण

मस्तिष्क की संरचनात्मक असामान्यताएँ
अनुकूली शिक्षण विधियों का अभाव

अनुबंधित उद्दीपक की परिभाषा

एक उद्दीपक जो अनुबंधित प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है (जैसे पावलोव की घंटी)

थॉर्नडाइक का तत्परता का नियम

"शिक्षण तभी प्रभावी होता है जब शिक्षार्थी तैयार हो। अतत्पर शिक्षण निराशा पैदा करता है।"

बच्चों के भय दूर करने के उपाय

धीरे-धीरे उद्दीपक से परिचय (जैसे मंद रोशनी में खेलना)
आत्मविश्वास बढ़ाना (प्रशंसा और प्रोत्साहन)

ऑपरेंट कंडीशनिंग की विशेषताएँ

पुनरावृत्ति के माध्यम से सीखना
पुरस्कार/दंड द्वारा व्यवहार का आकार देना

सीखने के स्थानांतरण के प्रकार

धनात्मक स्थानांतरण: पूर्व ज्ञान नए सीखने में मदद करता है
ऋणात्मक स्थानांतरण: पूर्व ज्ञान नए सीखने में बाधा डालता है

वृद्धि और विकास में अंतर

वृद्धि शारीरिक होती है (लंबाई/वजन); विकास समग्र
वृद्धि मात्रात्मक है; विकास गुणात्मक

बच्चे की संचार क्षमता बढ़ाने के उपाय

कहानी सुनाने/सुनने को प्रोत्साहित करना
समूह गतिविधियों में भाग लेना

एरिक्सन के मनोसामाजिक चरण

विश्वास बनाम अविश्वास (0-1 वर्ष)
स्वायत्तता बनाम शर्म (1-3 वर्ष)
... (8 चरणों तक)

ध्यान की परिभाषा

ध्यान किसी विशिष्ट उद्दीपक पर मानसिक रूप से केंद्रित होने की प्रक्रिया है

लीबिडो क्या है?

फ्रायड का मानसिक ऊर्जा का सिद्धांत जो यौन और रचनात्मक प्रवृत्तियों को संचालित करता है

आर-टाइप कंडीशनिंग की परिभाषा

अनुबंधित प्रतिक्रिया सीखना (जैसे पावलोव का कुत्ता प्रयोग)

स्कीमा की परिभाषा

ज्ञान को व्यवस्थित करने वाली मानसिक संरचना (जैसे "चिड़िया" की अवधारणा)

स्कैफोल्डिंग क्या है?

शिक्षकों/विशेषज्ञों द्वारा अस्थायी सहायता जो शिक्षार्थी को ZPD पार करने में मदद करती है

MKO का अर्थ

अधिक ज्ञान रखने वाला अन्य (जैसे शिक्षक या सहपाठी)

समय वक्र की परिभाषा

सीखने की प्रगति और समय के बीच संबंध दर्शाने वाला ग्राफ जो त्रुटि कमी दर को दिखाता है


विस्तृत विवरण

निर्मितिवाद (Constructivism)

निर्मितिवाद एक शिक्षण सिद्धांत है जो बताता है कि शिक्षार्थी अपने पर्यावरण के साथ अंतःक्रिया करके सक्रिय रूप से ज्ञान का निर्माण करते हैं। जीन पियाजे के अनुसार, बच्चे नई जानकारी को अपने मौजूदा मानसिक ढाँचे (स्कीमा) में समायोजित करते हैं। उदाहरण के लिए, एक बच्चा "पक्षी" की अवधारणा को पंख और उड़ने की क्षमता के रूप में समझता है, लेकिन पेंगुइन से मिलने पर इस स्कीमा को संशोधित करता है।

वृद्धि बनाम विकास

वृद्धि शारीरिक परिवर्तनों (लंबाई, वजन) को संदर्भित करती है जबकि विकास संज्ञानात्मक, भावनात्मक और सामाजिक क्षेत्रों में होने वाले गुणात्मक परिवर्तनों को दर्शाता है। वृद्धि मापनीय है जबकि विकास का आकलन व्यवहारिक मानदंडों के माध्यम से किया जाता है।

फ्रायड का अहंकार (Ego)

अहंकार मन का वह हिस्सा है जो इड (मूल प्रवृत्तियों) और सुपरईगो (नैतिक मानकों) के बीच संतुलन बनाता है। यह वास्तविकता सिद्धांत पर काम करता है - उदाहरण के लिए, भूख लगने पर भोजन खरीदने की योजना बनाना।

विकास का एकीकरण सिद्धांत

यह सिद्धांत बताता है कि विकास सरल से जटिल की ओर बढ़ता है। जैसे शिशु पहले अलग-अलग ध्वनियाँ निकालते हैं, फिर शब्द बनाते हैं, और अंततः पूरे वाक्य बोलते हैं।

समीपस्थ विकास का क्षेत्र (ZPD)

वायगोत्स्की का यह सिद्धांत बताता है कि शिक्षक या सहकर्मियों के मार्गदर्शन में बच्चे उन कार्यों को कर सकते हैं जो अकेले नहीं कर पाते। उदाहरण: एक बच्चा शिक्षक की मदद से जटिल गणित की समस्या हल कर सकता है।

सहयोगात्मक खेल

इसमें बच्चे सामूहिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मिलकर काम करते हैं (जैसे फुटबॉल खेलना)। यह सामाजिक कौशल, संवाद और नेतृत्व क्षमता विकसित करता है।

ऑपरेंट कंडीशनिंग (स्किनर)

स्किनर का यह सिद्धांत बताता है कि किस प्रकार परिणाम स्वैच्छिक व्यवहारों को आकार देते हैं। सकारात्मक/नकारात्मक पुनर्बलन व्यवहार की आवृत्ति बढ़ाता है, जबकि दंड इसे कम करता है। उदाहरण के लिए, समय पर कार्य जमा करने पर प्रशंसा पाने वाला छात्र (सकारात्मक पुनर्बलन) इस व्यवहार को दोहराएगा, जबकि देरी के लिए डांट पाने वाला (दंड) सुधार कर सकता है। स्किनर ने इसे "स्किनर बॉक्स" के माध्यम से प्रदर्शित किया, जहां चूहों ने भोजन के पुरस्कार के लिए लीवर दबाए। आलोचकों का मानना है कि यह आंतरिक संज्ञान को नजरअंदाज करता है, लेकिन इसके सिद्धांत शिक्षा और चिकित्सा में व्यवहार संशोधन का आधार हैं।

सामाजिकरण का महत्व

सामाजिकरण समाज के मानदंडों और मूल्यों को आत्मसात करने की आजीवन प्रक्रिया है। इसके प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:

  1. सांस्कृतिक संचरण: पीढ़ी-दर-पीढ़ी परंपराओं (जैसे त्योहार) और भाषा का हस्तांतरण

  2. व्यक्तित्व निर्माण: "लुकिंग-ग्लास सेल्फ" (कूली) जैसी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से आत्म-धारणा का विकास

परिवार, स्कूल और सहकर्मी प्राथमिक एजेंट के रूप में भूमिकाएं (जैसे लिंग अपेक्षाएं) सिखाते हैं और सामाजिक खुलेपन के आधार पर अनुरूपता या आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं।

ध्यान के प्रकार

ध्यान को इच्छा के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है:

  • स्वैच्छिक (एंडोजेनस): लक्ष्य-निर्देशित फोकस (जैसे विचलित होने पर भी पढ़ाई), जिसमें संज्ञानात्मक प्रयास की आवश्यकता होती है

  • अनैच्छिक (एक्सोजेनस): प्रमुख उद्दीपकों की प्रतिवर्त प्रतिक्रिया (जैसे तेज आवाज पर मुड़ना)

न्यूरोइमेजिंग से पता चलता है कि स्वैच्छिक ध्यान प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स को सक्रिय करता है, जबकि अनैच्छिक ध्यान पैराइटल लोब को। प्रभावी शिक्षण आकर्षक सामग्री (अनैच्छिक) और मेटाकॉग्निटिव रणनीतियों (स्वैच्छिक) का उपयोग करके दोनों को संतुलित करता है।

समानांतर खेल के लाभ

शिशुओं में आम, समानांतर खेल में बच्चे सीधी अंतःक्रिया के बिना साथ-साथ खेलते हैं। लाभों में शामिल हैं:

  1. सामाजिक कौशल की नींव: साथियों के कार्यों का अवलोकन (जैसे खिलौने साझा करना) भविष्य के सहयोग की तैयारी करता है

  2. स्वायत्तता: बच्चे सामाजिक रूप से सुरक्षित महसूस करते हुए स्वतंत्र रूप से खोज करते हैं

सहयोगात्मक खेल की तुलना में कम उन्नत होने के बावजूद, यह प्रारंभिक भावनात्मक विनियमन और अनुकरण-आधारित शिक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।

बच्चों की भावनात्मक विशेषताएं

बचपन की भावनाओं की विशेषताएं:

  1. तीव्रता और क्षणभंगुरता: अपरिपक्व प्रीफ्रंटल विनियमन के कारण खुशी से चिड़चिड़ाहट में तेज बदलाव

  2. अहंकेंद्रित अभिव्यक्ति: भावनाओं को छिपाने में असमर्थता (जैसे निराश होने पर रोना)

वयस्क भावनात्मक साक्षरता का मॉडल बनाकर ("तुम क्रोधित लग रहे हो") और सामना करने की रणनीतियाँ (गहरी साँस लेना) सिखाकर मदद करते हैं।

क्लासिकल बनाम ऑपरेंट कंडीशनिंग

दोनों व्यवहारवादी सिद्धांत हैं, लेकिन फोकस में भिन्न:

  • क्लासिकल (पावलोव): अनैच्छिक प्रतिक्रियाओं को उद्दीपकों से जोड़ता है (जैसे कुत्ते के काटने के बाद डर)

  • ऑपरेंट (स्किनर): पुरस्कार/दंड के माध्यम से स्वैच्छिक कार्यों को आकार देता है (जैसे भत्ते के लिए काम)

क्लासिकल कंडीशनिंग फोबिया उपचार (क्रमिक विसंवेदन) का आधार है, जबकि ऑपरेंट कक्षा प्रबंधन (टोकन अर्थव्यवस्था) को निर्देशित करता है।

थॉर्नडाइक का प्रभाव का नियम

यह नियम बताता है कि संतोषजनक परिणामों वाले व्यवहार "अंकित" हो जाते हैं, जबकि असंतोषजनक परिणामों वाले "मिट" जाते हैं। उदाहरण के लिए, भागीदारी के लिए प्रशंसा पाने वाला छात्र (संतोषजनक) अधिक योगदान देगा, जबकि उपहास उड़ाए जाने वाला (असंतोषजनक) पीछे हट सकता है। इसने व्यवहारवाद की नींव रखी, हालांकि बाद के सिद्धांतों (जैसे बंडुरा का सामाजिक शिक्षण) ने प्रयोग-त्रुटि के बजाय अवलोकन पर जोर दिया।

आत्म-धारणा के निर्धारक

स्वयं की धारणा निम्न से आकार लेती है:

  1. परिवार: माता-पिता की प्रतिक्रिया ("तुम सक्षम हो") आत्मविश्वास बनाती है

  2. सामाजिक तुलना: साथियों के सापेक्ष क्षमताओं का मूल्यांकन ("मैं गणित में अच्छा हूँ")

  3. सांस्कृतिक मूल्य: सामूहिक समाज समूह पहचान पर जोर देते हैं; व्यक्तिवादी संस्कृतियाँ व्यक्तिगत गुणों को प्राथमिकता देती हैं

  4. उपलब्धियाँ: शैक्षणिक/खेल सफलता सक्षमता को मजबूत करती है

कोहलबर्ग के नैतिक विकास के चरण

कोहलबर्ग का सिद्धांत नैतिक तर्क के विकास को रेखांकित करता है:

  1. पूर्व-पारंपरिक: दंड से बचें ("चोरी मत करो नहीं तो जेल जाओगे")

  2. पारंपरिक: कानून/सामाजिक व्यवस्था बनाए रखें ("अच्छे नागरिक नियम मानते हैं")

  3. उत्तर-पारंपरिक: अमूर्त नैतिकता ("अन्यायपूर्ण कानूनों को तोड़ना आवश्यक हो सकता है")

आलोचकों ने इसकी पश्चिमी पूर्वाग्रह और इस तथ्य पर ध्यान दिया है कि तर्क हमेशा व्यवहार की भविष्यवाणी नहीं करता।

सामाजिकरण में परिवार की भूमिका

परिवार प्राथमिक सामाजिकरण एजेंट के रूप में:

  1. मानदंड आत्मीकरण: शिष्टाचार सिखाते हैं (जैसे "कृपया" कहना) पुनर्बलन के माध्यम से

  2. रोल मॉडलिंग: बच्चे माता-पिता के संघर्ष समाधान के तरीकों की नकल करते हैं

विकृत परिवार अनुकूली व्यवहार (जैसे आक्रामकता) सामाजिक बना सकते हैं, जो सहायक हस्तक्षेपों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

सामाजिक-संज्ञानात्मक शिक्षण के चरण

बंडुरा के कार्य पर आधारित, ये चरण अवलोकनात्मक शिक्षण का वर्णन करते हैं:

  1. अनुकरण: व्यवहारों की नकल (जैसे बच्चा माता-पिता की बोली की नकल करना)

  2. भूमिका निर्वाह: सामाजिक भूमिकाओं का अभ्यास (जैसे "शिक्षक" बनना)

  3. सहयोग: समूह समस्या-समाधान (जैसे विज्ञान परियोजनाएं), दृष्टिकोण-ग्रहण को परिष्कृत करना

अनुबंधित उद्दीपक (पावलोव)

एक पूर्व में तटस्थ उद्दीपक (जैसे घंटी) जो अनुबंधित प्रतिक्रिया (लार आना) उत्पन्न करता है, बार-बार एक अनियंत्रित उद्दीपक (भोजन) के साथ जोड़े जाने के बाद। यह सिद्धांत सीखे गए भय (जैसे दर्दनाक इंजेक्शन के बाद सुइयों का डर) की व्याख्या करता है और एक्सपोजर थेरेपी को सूचित करता है।

थॉर्नडाइक का तत्परता का नियम

शिक्षण तब सबसे प्रभावी होता है जब शिक्षार्थी शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से तैयार होता है। उदाहरण के लिए, बहुत जल्दी जटिल गणित पढ़ाना निराशा पैदा करता है, जबकि विलंबित निर्देश महत्वपूर्ण अवधियों को छोड़ देता है। यह पाठ्यक्रम में विकासात्मक उपयुक्तता के महत्व को रेखांकित करता है।

बचपन के भय को कम करना

रणनीतियों में शामिल हैं:

  1. क्रमिक संपर्क: भय की वस्तुओं से धीरे-धीरे परिचय (जैसे दूर से पास तक कुत्ते को प्यार करना)

  2. सकारात्मक पुनर्बलन: बहादुर व्यवहारों को पुरस्कृत करना (जैसे अंधेरे में सोने के लिए स्टिकर)

माता-पिता का आश्वासन और जबरदस्त मुठभेड़ों से बचना आघात को रोकता है।

सीखने के स्थानांतरण के प्रकार

स्थानांतरण पूर्व ज्ञान को नए संदर्भों में लागू करने को संदर्भित करता है:

  • सकारात्मक: पूर्व गणित कौशल भौतिकी सीखने में सहायता करता है

  • नकारात्मक: फ्रेंच सीखते समय स्पेनिश उच्चारण को भ्रमित करना

स्थानांतरण के लिए शिक्षण में समानताओं (जैसे ऐतिहासिक घटनाओं की तुलना) पर प्रकाश डालना शामिल है।

बच्चे की संचार क्षमता बढ़ाना

विधियों में शामिल हैं:

  1. सक्रिय श्रवण: माता-पिता ध्यान से सुनने का मॉडल बनाते हैं

  2. समूह गतिविधियाँ: नाटक क्लब अभिव्यंजक भाषा और बारी-बारी से बोलने को बढ़ावा देते हैं

प्रारंभिक भाषा-समृद्ध वातावरण साक्षरता सफलता से संबंधित है।

एरिक्सन के मनोसामाजिक चरण

एरिक्सन का जीवनकाल सिद्धांत संकटों की पहचान करता है जैसे:

  • विश्वास बनाम अविश्वास (शैशवावस्था): विश्वसनीय देखभाल आशा का निर्माण करती है

  • पहचान बनाम भूमिका भ्रम (किशोरावस्था): भूमिकाओं की खोज आत्म-धारणा को मजबूत करती है

प्रत्येक चरण में संकट का समाधान व्यक्तित्व और लचीलेपन को प्रभावित करता है।

ध्यान की परिभाषा

ध्यान विशिष्ट उद्दीपकों पर चयनात्मक रूप से फोकस करने की मानसिक प्रक्रिया है जबकि अन्य को नजरअंदाज करना। संज्ञानात्मक भार द्वारा सीमित, यह रुचि (जैसे कार्टून में डूबा बच्चा लेकिन कामों को नजरअंदाज करना) और उद्दीपक प्रमुखता (शिक्षण सहायकों में चमकीले रंग) से प्रभावित होता है।

लीबिडो (फ्रायड)

फ्रायड का मानसिक ऊर्जा का सिद्धांत जो जीवन प्रवृत्तियों (जैसे अस्तित्व, रचनात्मकता) को संचालित करता है। मनोलैंगिक चरणों में, लीबिडो कामेरोजन क्षेत्रों (मौखिक, गुदा) पर केंद्रित होता है, जिसमें स्थिरीकरण वयस्क लक्षण (जैसे मौखिक स्थिरीकरण → अधिक खाना) पैदा करता है।

प्रतिक्रियात्मक अनुबंधन

अनैच्छिक प्रतिक्रियाओं को सीखने का पावलोव का मॉडल। भय उपचार (जैसे भय की वस्तुओं के साथ विश्राम को जोड़ना) और विज्ञापन (उत्पादों को सकारात्मक भावनाओं से जोड़ना) में लागू।

स्कीमा (पियाजे)

जानकारी को व्यवस्थित करने वाली मानसिक संरचनाएं। उदाहरण के लिए, एक "कुत्ता" स्कीमा में चार पैर और भौंकना शामिल है। नए अनुभव या तो स्कीमा में आत्मसात होते हैं (गाय को "कुत्ता" कहना) या समायोजन ("गाय" स्कीमा बनाना) को मजबूर करते हैं।

स्कैफोल्डिंग (वायगोत्स्की)

शिक्षार्थी की आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित अस्थायी सहायता। एक शिक्षक कार्य को सरल बना सकता है, फिर क्षमता बढ़ने के साथ धीरे-धीरे जटिलता बढ़ा सकता है, जैसे निबंध लेखन को रूपरेखा से मार्गदर्शन करके शुरू करना फिर स्वतंत्र कार्य की ओर बढ़ना।

अधिक ज्ञानवान अन्य (MKO)

कोई भी व्यक्ति जिसके पास शिक्षण को सुविधाजनक बनाने के लिए श्रेष्ठ ज्ञान है, जिसमें सहकर्मी (जैसे गणित समझाने वाला सहपाठी) या प्रौद्योगिकी (शैक्षिक ऐप) शामिल हैं। पारंपरिक शिक्षक-केंद्रित मॉडल को चुनौती देता है।

सीखने में समय वक्र

समय के साथ प्रदर्शन को ट्रैक करने वाले ग्राफ़, जो पठार या प्रतिगमन दिखाते हैं। उदाहरण के लिए, एक बच्चे की पढ़ने की त्रुटियाँ पहले तेजी से घटती हैं, फिर स्थिर हो जाती हैं। इष्टतम अभ्यास अवधि और हस्तक्षेप बिंदुओं की पहचान करता है।


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